Omicron के लक्षण एवं बचाव के उपाय

पिछले दो सालों से कोरोना की मार झेलने के बाद पूरी दुनिया में ज़िन्दगी पटरी पर आती दिखाई दे ही रही थी तब तक कोरोना की तीसरी लहर के रूप में ओमिक्रोन (Omicron) ने अपनी दस्तक दे दी। क्रिसमस और नए साल के जश्न में हम शायद भूल गए थे की यह महामारी अभी ख़त्म नहीं हुयी है। 

बहरहाल कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट के शुरआती केस दक्षिण अफ्रीका में मिले थे और वहाँ से निकलकर यूरोप, अमेरिका के बाद अब यह एशिया में भी पहुँच चुका है। इससे हमारा देश भारत भी अछूता नहीं है। यहां भी अब तक लाखों से ऊपर ओमीक्रोन के केस दर्ज हो चुके हैं और यह संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। हालाँकि डेल्टा वैरिएंट की तरह यह बहुत ज्यादा घातक तो नहीं है लेकिन फिर भी हमें सावधानी बरतने की सख्त जरुरत है।

फिलहात राहत की बात यह है कि ओमिक्रोन के अधिकतर मरीजों में हल्के लक्षण ही देखे जा रहे हैं। इसके लक्षण काफी हद तक सामान्य फ्लू के जैसे ही हैं लेकिन इसके कुछ गंभीर केस भी देखने को मिल रहे हैं। अघिकतर ओमिक्रोन मरीज़ तो सामान्य इलाज से ही ठीक हो जा रहे हैं। इस पोस्ट में हम जानेंगे Omicron के लक्षण एवं बचाव के उपाय 

ओमिक्रोन (Omicron) के क्या लक्षण हैं ?

ओमिक्रोन वैरिएंट के ज्यादातर लक्षण सामान्य मौसमी सर्दी-बुखार जैसे ही हैं। ऐसे में ओमिक्रोन की समय पर पहचान करना बेहद जरुरी है ताकि इसका बेहतर ढंग से इलाज किया जा सके और फैलने से भी रोका जा सके। एक नज़र डालते हैं इसके प्रमुख लक्षणों पर –

1 . बुखार – ठण्ड के साथ बुखार ओमिक्रोन का एक प्रमुख लक्षण है।

2 . गले में दर्द – ओमिक्रोन संक्रमण में गले में दर्द होता है। हालाँकि ये लक्षण बदलते मौसम में सामान्य इन्फेक्शन होने पर भी होता है।

3 . नाक बहना – ओमिक्रोन का तीसरा प्रमुख लक्षण है लगातार नाक बहना। इसे लोग साधारण फ्लू समझने की भूल करते हैं। ओमिक्रोन का                             टेस्ट कराने से ही यह स्पष्ट हो सकता है।

4 . खाँसी – ओमिक्रोन से संक्रमित व्यक्ति को सूखी खाँसी भी हो सकती है।

5 . मांसपेशियों में दर्द – ओमिक्रोन के लगभग 20 प्रतिशत मामलों में संक्रमित व्यक्ति को मांसपेशियों में दर्द एवं ऐंठन की शिकायत होती है।

6 . सर में दर्द – ओमिक्रोन में बहुत तेज सर दर्द होता है और यह अचानक शुरू होता है।

7 . थकान – इस संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति को अत्यधिक थकान महसूस होती है।

कोरोना के डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रोन वैरिएंट तेजी से फ़ैल तो रहा है लेकिन यह उससे कम खतरनाक और कम जानलेवा दिख रहा है।

ओमिक्रोन से बचाव के उपाय

WHO के अनुसार सावधानी ही ओमिक्रोन से बचाव का उपाय है। बिना मास्क के घर से बाहर बिल्कुल न निकलें, सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन करें।  अपने हाथों को साबुन से धोते रहें। अगर आपने अभी तक कोरोना के टीके नहीं लिए हैं तो जल्द से जल्द सभी डोज़ ले लें।

ओमिक्रोन के लक्षण दिखने पर क्या करें ?

जैसे ही आपमें ओमिक्रोन के लक्षण दिखें अपने आप को सबसे अलग कर लें। तुरंत डॉक्टर से मिलें और इससे सम्बंधित जाँच कराएं। अपने डॉक्टर की सलाह से ही दवाइयों का सेवन करें। घबराएं बिलकुल नहीं।

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